तेजस्वी का महिलाओं-किसानों को ‘मेगा प्रॉमिस’, NDA का ‘विकसित बिहार’ का दावा
आज थम जाएगा पहले दौर का चुनाव प्रचार
टीएनसी नेटवर्क। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की धमाकेदार जंग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। आज शाम 5 बजे से धारा 126 लागू होते ही रैलियां, प्रचार और सोशल मीडिया पर चुनावी सामग्री पर पूर्ण प्रतिबंध लग जाएगा, जिससे सियासी शोर थम जाएगा। पहले चरण की 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग होगी, जबकि दूसरे चरण की 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान निर्धारित है। 14 नवंबर को सभी 243 सीटों के नतीजे आएंगे। कुल 7.43 करोड़ मतदाता, जिनमें 14 लाख नए वोटर शामिल हैं, बिहार की सियासी तस्वीर बदलने को तैयार हैं।
चुनाव आयोग की विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया के बाद अंतिम मतदाता सूची तैयार हुई है, जिसमें 68.5 लाख नाम काटे गए और 21.5 लाख नए जोड़े गए। आयोग ने 243 पर्यवेक्षकों की तैनाती की है, जबकि प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध नकदी, शराब, ड्रग्स और फ्रीबीज जब्त कर 100 करोड़ रुपये से अधिक की कार्रवाई की है। बिहार पहला राज्य है जहां SIR का व्यापक प्रयोग हुआ, जिस पर विपक्ष ने ‘मतदाता हटाने की साजिश’ का आरोप लगाया।
तेजस्वी का ‘माई बहन योजना’ से बड़ा धमाका
महागठबंधन (RJD-कांग्रेस-वाम दलों) के सीएम फेस तेजस्वी यादव ने वोटिंग से ठीक पहले महिलाओं और किसानों को लुभाने के लिए ‘मेगा प्रॉमिस’ किया। ‘माई बहन योजना’ के तहत महिलाओं को सालाना 30 हजार रुपये, किसानों को बोनस और खेतों तक मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया। तेजस्वी ने कहा, “20 महीनों में हम 20 साल का हिसाब चुकाएंगे। बेरोजगारी, पलायन और महंगाई से लड़ाई लड़ेंगे। जनता बदलाव के मूड में है।” RJD चीफ लालू प्रसाद यादव ने दावा किया कि 14 नवंबर को सरकार बदलेगी।
कांग्रेस ने भी 40 स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट जारी की, जिसमें राहुल-सोनिया गांधी शामिल हैं। राहुल ने रैलियों में वोटर लिस्ट पर सवाल उठाए, जबकि प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर ‘अपमान मंत्रालय’ बनाने का तंज कसा। महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अभी भी खींचतान है, लेकिन तेजस्वी की लोकप्रियता को CM कैंडिडेट बनाने पर सहमति बनी।
NDA का ‘विकसित बिहार’ विजन, मोदी का युवाओं को आह्वान
दूसरी ओर, NDA (BJP-JD(U)-LJP) ने संयुक्त घोषणा-पत्र ‘संकल्प पत्र’ जारी कर महिलाओं के सशक्तिकरण और स्थानीय रोजगार पर जोर दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कल कटिहार रैली में कहा, “जनरेशन Z और पहली बार वोट डालने वाले युवा वोट दें, विकसित बिहार बनेगा। NDA विकास का प्रतीक है, विपक्ष विनाश का।” अमित शाह ने मुजफ्फरपुर-वैशाली में ‘मोदी-नीतीश जोड़ी’ को जंगलराज से मुक्ति दिलाने वाली बताया।
नीतीश कुमार के खिलाफ कोई मजबूत एंटी-इनकंबेंसी न होने का दावा BJP कर रही है। योगी आदित्यनाथ ने रैलियों में ‘RJD-कांग्रेस से बिहार जलता है’ कहा। NDA ने 71 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की, जिसमें दो डिप्टी CM दोबारा मैदान में हैं।
दागी उम्मीदवारों की भरमार, महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
चुनावी मैदान में अपराधी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की बाढ़ आ गई है। ADR रिपोर्ट के मुताबिक, सिवान में सबसे ज्यादा 32 दागी नेता। कुल 258 महिलाएं मैदान में हैं- NDA से 34, महागठबंधन से 31, बाकी निर्दलीय। जातिगत समीकरण अभी भी निर्णायक, जहां EBC, OBC और दलित वोट बैंक पर नजरें टिकी हैं।
AIMIM ने सीमांचल-मिथिला में 25 उम्मीदवार उतारे, जबकि प्राशांत किशोर ने SIR पर निशाना साधा। चिराग पासवान ने NDA की एकजुटता का दावा किया।
योगी और अखिलेश ने भी लगाया जोर
बिहार के चुनाव में यूपी के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री जहां हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं वहीं अखिलेश यादव अपने पीडीए के फार्मूले को धार देते नजर आ रहे हैं। दाेनों ही बिहार में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी ने यहां अपना एक भी प्रत्याशी नहीं उतारा है। वह पूरी तरह से राष्ट्रीय जनता दल यानी तेजस्वी यादव के साथ खड़े हैं वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।



Leave a Reply