इम्फाल। मणिपुर में छह महीने के अंदर शांति बहाली लाने का मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का दावा किए एक हफ़्ता भी नहीं हुआ कि राज्य फिर से दहल उठा है। रॉकेट से हमले के एक दिन बाद शनिवार को मणिपुर के जिरीबाम जिले में शनिवार को कम से कम पांच लोगों की हत्या कर दी गई। एक बुजुर्ग व्यक्ति की सोते समय गोली मारकर हत्या करने के बाद दो हथियारबंद समूहों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई थी। इससे एक दिन पहले ख़बर आई थी कि रॉकेट के हमले में एक बजुर्ग की जान चली गई थी।
तनाव के बीच ही शनिवार को हिंसा बढ़ गई। मैतेई समुदाय के 63 वर्षीय वाई कुलचंद्र को संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुबह क़रीब 5 बजे जिरीबाम के निंगथेम खुनौ में गोली मार दी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कुलचंद्र की पत्नी वाई बेमचा ने बताया कि घटना के समय वह नाश्ता बना रही थीं। तीन हथियारबंद हमलावर उनके घर में घुसे और उनके पति की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर मौके से फरार हो गए। इसके बाद नुनचापी क्षेत्र में हथियारबंद हमलावरों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें तीन संदिग्ध कुकी उग्रवादियों और एक हथियारबंद मैतेई व्यक्ति की मौत हो गई।
पिछले हफ़्ते बीरेन सिंह के दावे के अगले दिन एक बीजेपी नेता के घर को जला दिया गया था। फिर अगले कुछ दिनों में ड्रोन से हमले शुरू हो गए। और अब तो इम्प्रोवाइज्ड रॉकेट दागे जा रहे हैं। यानी मणिपुर में हिंसा नये सिरे से सर उठा रही है। मणिपुर में शुक्रवार को हिंसा की एक नई लहर में 70 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम पांच लोग घायल हो गए। ऐसा बिष्णुपुर जिले के गांवों पर पास की पहाड़ियों से रॉकेट दागे जाने के कारण हुआ। जिनके घरों पर रॉकेट दागे गए उनमें से एक घर एक पूर्व मुख्यमंत्री का भी है।
पुलिस के अनुसार, कुकी-ज़ोमी बहुल चुराचांदपुर जिले के ऊंचे स्थानों से बिष्णुपुर जिले के ट्रोंगलाओबी के निचले आवासीय क्षेत्र की ओर रॉकेट दागे गए। उसी दिन दोपहर में उसी जिले के मोइरंग मैरेनबाम लेइकाई में दोपहर करीब 3.30 बजे ऐसे ही प्रोजेक्टाइल दागे गए, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मृतक की पहचान 70 वर्षीय आर के रबेई सिंह के रूप में हुई है। इनकी मौत मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री मैरेनबाम कोइरेंग के आवास पर रॉकेट फटने से हुई।