गोंडा। यूपी की चर्चित लोकसभा सीट कैसरगंज पर भाजपा के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस खत्म होने वाला है। इस सीट से मौजूदा सांसद बृज भूषण शरण सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे। भाजपा ने उनके छोटे बेटे करण भूषण को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अभी कुछ घंटे बाद ही करण भूषण के नाम का एलान कर सकता है। टिकट का आश्वासन मिलने के बाद करन भूषण ने अपने पिता व वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह से आशीर्वाद लिया और उनके पैर छुए। आशीर्वाद लेने के दौरान बृजभूषण ने अपने समर्थकों से करण भूषण सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने की बात बताई और क्षेत्र में प्रचार करने की बात कही। करन भूषण शुक्रवार सुबह 11.00 बजे नामांकन दाखिल करेंगे। कैसरगंज सीट पर बृजभूषण की मजबूत पकड़ है। ऐसे में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उनके किसी परिजन को टिकट दे सकती है। बृजभूषण खुद भी चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन महिला पहलवानों द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने से उनकी उम्मीदवारी खतरे में पड़ गई। बीते दिनों सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बयान दिया था कि कैसरगंज का नाम हिन्दुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में महक रहा है। जहां तक टिकट की बात है तो हमारे क्षेत्र में कार्यकर्ता चैतन्य हैं, पार्टी चुप है। बारात सजी है, लेकिन दूल्हा गायब है। लेकिन मेरा दावा है कि यदि भाजपा हाईकमान एक घंटा पहले भी हमें प्रत्याशी घोषित कर देगी तो बड़ी जीत के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। उन्होंने कहा था कि प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व यहां के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल जरूर रखेगा। भाजपा ने उन्हें तो नहीं लेकिन उनके बेटे को टिकट दे दिया। बृजभूषण सिंह कैंसरगंज सीट से लगातार तीन बार से सांसद चुने जाते आ रहे हैं। इसके पहले वह दो बार गोंडा और एक बार बहराइच से भी लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। कैसरगंज सीट पर पांचवें चरण के तहत 20 मई को मतदान होना है। तीन मई नामांकन की अंतिम तिथि है। यहां से भाजपा के अलावा सपा ने भी अभी तक अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। बसपा ने यहां से ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए नरेंद्र पांडेय को उतार दिया है।
कौन हैं करण भूषण सिंह
अगर करण भूषण सिंह की बात करें तो वह बीते पांच वर्षों से उत्तर प्रदेश भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं और लगातार अपने पिता बृजभूषण शरण सिंह की कैसरगंज संसदीय क्षेत्र में लगातार प्रचार प्रसार कर लोगों से समर्थन जुटा रहे थे। आज बृजभूषण शरण सिंह ने कई बार अपने लोगों से भी कहा था कि अगर भारतीय जनता पार्टी मुझे प्रत्याशी नहीं बनती है. तो करण भूषण सिंह को भाजपा प्रत्याशी बनाएगी और उन्हीं के नाम पर हम लोगों का समर्थन होगा। वहीं एक वीडियो भी सामने आया है इसमें करण भूषण सिंह अपने पिता का पैर छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं। 13 दिसंबर 1990 को जन्में करण भूषण के एक बेटी और एक बेटा है. वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। करण भूषण सिंह विदेश से पढ़े-लिखे हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की है।