लखनऊ। 4 जून को आए लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश में कम से कम 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव तय माने जा रहे हैं। इन विधानसभा सीटों से 2022 में चुनकर आए विधायक अब अपनी अपनी लोकसभा सीटों से सांसद चुन लिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की करहल सीट से विधायक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज से सांसद चुने गए हैं। विधानसभा के 14 सदस्यों ने इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था। अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से विधायक अनूप बाल्मीकि हाथरस लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। फूलपुर लोकसभा सीट अंतर्गत फूलपुर विधानसभा सीट से विधायक प्रवीण पटेल फूलपुर संसदीय सीट से सांसद चुन लिए गए हैं। मुरादाबाद की कुन्दरकी विधानसभा सीट से विधायक जियाऊररहमान बर्क लोकसभा क्षेत्र संभल से सांसद चुने गए हैं। अंबेडकरनगर की कटहरी विधानसभा सीट से चुने गए लालजी वर्मा अंबेडकरनगर संसदीय क्षेत्र से सांसद चुन लिए गए हैं। फैजाबाद की मिलकीपुर विधानसभा सीट से विधायक अवधेश प्रसाद फैजाबाद से सांसद चुने गए हैं। मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट से विधायक चंदन चौहान आरएलडी के टिकट पर बिजनौर लोकसभा से सांसद चुने गए। मिर्जापुर की मँझवां सीट से भाजपा विधायक विनोद बिन्द भदोही लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जेट गए हैं। ग़ाज़ियाबाद शहर सीट से भाजपा विधायक अतुल गर्ग ग़ाज़ियाबाद से सांसद बन गए हैं। अतः इन सभी को अपनी विधानसभा सीटों से त्यागपत्र देना पड़ेगा।
इसके अलावा कई ऐसे विधायक रहे जो संसद जाने से चूक गए। इनमें राजनाथ सिंह के खिलाफ उतरे लखनऊ मध्य से विधायक रविदास मल्होत्रा चुनाव हार गए। इसी प्रकार सोनभद्र जिले की रोबर्टसगंज सीट से विधायक रिंकी कोल सपा के छोटेलाल खरवार से चुनाव हार गईं। बिजनौर की नहटौर विधानसभा सीट से विधायक ओम कुमार नगीना संसदीय सीट से चुनाव हार गए। मैनपुरी सादर से विधायक और राज्य सरकार में मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह मैनपुरी संसदीय सीट से सपा की डिम्पल यादव से चुनाव हार गए।