कामेडियन श्याम रंगीला वाराणसी से मोदी के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
वाराणसी। कॉमेडियन श्याम रंगीला ने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इस घोषणा के साथ ही श्याम रंगीला चर्चा में आ गए हैं। श्याम रंगीला पीएम मोदी जैसी आवाज में बात करने के चलते काफी मशहूर हैं और सोशल मीडिया पर उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है। हालांकि कम ही लोग श्याम रंगीला की असल जिंदगी के बारे में जानते होंगे। श्याम रंगीला राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा तहसील के मानकथेरी गांव के रहने वाले हैं। श्याम रंगीला का असली नाम श्याम सुंदर है और उनका जन्म 25 अगस्त 1994 को हुआ था। श्याम रंगीला स्कूल-कॉलेज के दिनों से ही कॉमडी किया करते थे और लोगों की मिमिक्री करने में उन्हें महारत हासिल है। इसी काबिलियत की वजह से श्याम रंगीला द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज टीवी शो तक पहुंचे और इसी शो से वह देश के घर-घर में पहचाने गए। टीवी के बाद श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया के जरिए कॉमेडी और मिमिक्री जारी रखी। खासकर पीएम मोदी की मिमिक्री करने के चलते श्याम रंगीला खूब मशहूर हुए। श्याम रंगीला साल 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, लेकिन कुछ समय बाद ही श्याम रंगीला ने स्वतंत्र रूप से काम करने की बात कहकर पार्टी से किनारा कर लिया।
कई बार विवादों में फंस चुके हैं श्याम रंगीला
पीएम मोदी की मिमिक्री करने के चलते श्याम रंगीला कई बार विवादों में भी फंस चुके हैं। साल 2021 में श्याम रंगीला ने एक पेट्रोल पंप पर पीएम मोदी की मिमिक्री करते हुए एक वीडियो बनाया था। इस वीडियो में श्याम रंगीला ने देश में बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों पर तंज कसा था। इस वीडियो पर खूब विवाद हुआ था। बीते साल पीएम मोदी जंगल सफारी पर गए थे। इसके बाद श्याम रंगीला ने भी जयपुर के झालाना के जंगल में पीएम मोदी की नकल करते हुए वीडियो बनाया था। इस वीडियो में श्याम रंगीला ने पीएम मोदी की नकल करते हुए एक नीलगाय को चारा खिलाया, जो कि रिजर्व के नियमों के खिलाफ था। इस मामले पर खूब विवाद हुआ और आखिरकार श्याम रंगीला को माफी मांगनी पड़ी थी।
वाराणसी से ही चुनाव क्यों लड़ रहे श्याम रंगीला?
श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान किया है। इस वीडियो में श्याम रंगीला ने बताया कि जैसा सूरत में हुआ, इंदौर में हुआ, वैसा वाराणसी में न हो, इसलिए मैंने वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया। उल्लेखनीय है कि सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस समेत कई अन्य उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो गया। वहीं इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार ने नामांकन के बाद अपना नाम वापस ले लिया। इस तरह दोनों सीटों पर भाजपा उम्मीदवार के जीतने की राह साफ हो गई है। श्याम रंगीला का कहना है कि ऐसा वाराणसी में न हो, इसी लिए उन्होंने वाराणसी से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
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