नई दिल्ली। भारत में खेले जा रहे तेरहवें क्रिकेट विश्वकप में जहां एक ओर गेंदबाजों की शामत आई हुई है, वहीं दूसरी ओर बल्लेबाजों की खूब बल्ले-बल्ले हो रही है। शुरुआती आठ मैचों पर गौर करें तो छह बार टीमों ने तीन सौ का स्कोर पार किया है। वहीं 10 बल्लेबाजों ने शतकीय पारी खेली है। कई मैचों में गेंदबाज विकटों के लिए तरसते नजर आए हैं।
पहले ही मैच में 273 रनों की रिकार्ड साझेदारी
इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मैच से इस विश्वकप की शुरुआत हुई। इंग्लैंड ने 282 रनों का सम्मानजनक स्कोर बनाया और जब 10 रन के स्कोर पर न्यूजीलैंड का पहला विकेट गिर गया तो लगा कि मुकाबला कड़ा होगा। लेकिन न्यूजीलैंड के डेवन कानवे और रचिन रविंद्र ने फिर इंग्लैंड को कोई सफलता नहीं लेने दी। 273 रनों की रिकार्ड साझेदारी कर 82 गेंद शेष रहते इंग्लैंड को 9 विकटों से हरा दिया। इन दोनों बल्लेबाजों ने शतकीय पारियां खेली। कानवे ने जहां 152 रन बनाए वहीं रचिन ने भी 123 रनों की पारी खेली।
अफ्रीका ने खड़ा किया पहाड़ जैसा स्कोर
विश्वकप का चौथा मैच जो दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेला गया इसमें दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 428 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। अफ्रीका के तीन बल्लेबाजों क्विंटन डिकॉक 100, रैसी वैन 108 और एडन मैक्रम ने 106 रनों की पारी खेली। इस मैच में क्विंटन डीकॉक और रैसी ने दूसरे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी भी की। जवाब में श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने भी 428 के जवाब में 326 रन का स्कोर बनाया। श्रीलंका के तीन बल्लेबाजों ने अर्ध शतकीय पारी खेली।इंग्लैंड और बांग्लादेश के बीच खेला गया मैच भी हाईस्कोरिंग मैच रहा। इस मैच में इंग्लैंड ने 364 रन बनाए। जिसमें डेविड मेलन ने 140 रनों की पारी खेली।हालांकि जवाब में बांग्लादेश की टीम 227 रन बनाकर आलआउट हो गई।
पाकिस्तान ने रनों का पीछा करते हुए दर्ज की रिकार्ड जीत
पाकिस्तान के खिलाफ कुसल मेंडिस 122 और सदीरा समरविक्रमा 108 की शतकीय पारी की मदद से जब श्रीलंका ने 345 रनों का लक्ष्य रखा तो लगा कि श्रीलंका इस मैच को आसानी से जीत जाएगा। पाकिस्तान की शुरुआत भी खराब रही। सलामी बल्लेबाज़ इमामुल हक और कप्तान बाबर आजम जब सस्ते में आउट हो गए तो पाकिस्तान की राह मुश्किल लगने लगी। लेकिन अब्दुल्लाह शफीक 113 और मोहम्मद रिजवान 131 ने तीसरे विकेट के लिए 176 रनों की साझेदारी कर पाकिस्तान की एतिहासिक जीत की नींव रख दी। पाकिस्तान ने 345 रन का लक्ष्य 10 गेंद शेष रहते पार कर लिया। रिजवान के नाबाद शतक और तीन कैच पकड़ने के लिए उन्हें मैन आफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। पाकिस्तान ने पहली बार इतने बड़े स्कोर का पीछा करते हुए जीत दर्ज की है।
शतक से चूक गए थे केएल राहुल
इस विश्वकप में अब तक दो मैच बहुत ही लो स्कोरिंग भी रहे हैं। यह मैच दो कमजोर टीमों के बीच और दो मजबूत टीमों के बच खेले गए। अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेले गए मैच में अफगानिस्तान के बल्लेबाजों ने बांग्लादेश के सामने घुटने टेक दिए और 156 रनों पर आलआउट हो गए। जवाब में बांग्लादेश ने 15 ओवर का खेल शेष रहते चार विकेट खोकर लक्ष्य को आसानी से पार कर लिया। दूसरा मैच भारत और आस्ट्रेलिया के बीच रहा। इस मैच में आस्ट्रेलिया बहुत मुश्किल से 199 रन बना सकी। भारत की शुरुआत भी काफी खराब रही और उसके तीन विकेट कुल दो रन के स्कोर पर पवैलियन लौट गए। इसमें इशान किशन, रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर का विकेट शामिल था। लेकिन भला हो किंग कोहली का और केएल राहुल का जिन्होंने आस्ट्रेलियाई गेंदबाज को ज्यादा जश्न मनाने का मौका नहीं दिया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 165 रनो की साझेदारी की। विराट ने 85 और केएल राहुल ने नाबाद 97 रनों की पारी खेली। भारत ने 52 गेंद शेष रहते लक्ष्य को हासिल कर लिया।