न्यूज कार्नर डेस्क। जैसे जैसे आइपीएल 2024 अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है वैसे वैसे इसका रोमांच अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। अंकतालिका पर नज़र डाली जाए तो कोलकाता नाइटराइडर्स और राजस्थान रायल्स 8-8 मैचों में 16-16 अंकों के साथ पहले और दूसरे पायदान पर काएम हैं और राजस्थान रॉयलस और कोलकाता नाइट राइडर्स के अभी भी 3 मैच बाकी हैं. ऐसे में एक मैच जीतते ही टीम प्लेऑफ्स की दहलीज पार कर लेगी इसलिए इनकी प्लेऑफ्स की जगह लगभग पक्की मानी जा रही हैं। शेष 2 स्थान के लिए बाक़ी बची 8 टीमों में संघर्ष अपने चरम पर है जिनमें चेन्नई सुपर किंग्स , सनराइजर्स हैदराबाद, डेल्ही कपिटल्स और लखनऊ सुपर जाइन्टस 12-12 अंकों के साथ अंतिम चार में प्रवेश के लिए दावेदारी बनाए हुए हैं। IPL 2024 की इस जंग में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं जिसमें से केवल टॉप 4 टीमों को ही प्लेऑफ्स में जगह मिल पाएगी। वर्तमान में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम रेस में आगे है क्योंकि टीम का नेट रन रेट बेहतर है. हैदराबाद चेन्नई और लखनऊ के अभी 3 मैच बाकी हैं, तीनों टीम अपने सभी मैच जीत कर 18 अंको तक पहुंचना चाहेगी. इसके अलावा दिल्ली कैपिटल्स के अभी 2 मैच बचें है और दिल्ली को अगर आगे बढ़ना है तो 2 में से 2 मैच जीतना अनिवार्य होगा.
क्या कहते हैं पलेआफ़ के गणित?
आइपीएल प्लेऑफ्स की शुरुआत 21 मई से होगी. आइपीएल अंक तालिका में जो टॉप 4 टीमें होंगी वे प्लेऑफ्स और फाइनल में जगह बनाने के लिए आपस में टकराएंगी. इस बार हर टीम को कुल 14-14 मैच खेलने होंगे जिसमें हर जीत के साथ 2 अंक मिलते हैं. जिस भी टीम के 14 मैचों में सबसे ज्यादा अंक होंगे वे अंत में प्लेऑफ्स के लिए क्वालीफाई कर जाएंगी. यदि टीमों के समान अंक होंगे तो ऐसे में फैसला नेट रन रेट से किया जाता है जिसका बेहतर रन रेट होगा उसे क्वालीफाई माना जाएगा ।
इसके उलट 4 टीमें ऐसी हैं, जो पॉइंट्स टेबल में सबसे निचले पायदान पर काबिज हैं. इनके सामने अब प्लेऑफ से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।मुंबई इंडियंस (MI) तो अपने 12 मैचों में आठ हार के साथ प्लेऑफ्स की दौड़ से बाहर हो चुकी है। शुभमन गिल की कप्तानी वाली गुजरात टाइटन्स की हालत भी खराब नजर आ रही है। जबकि पंजाब किंग्स (PBKS) और रायल चलेंजर्स बेंगलोर (RCB) की हालत भी लगभग गुजरात टाइटन्स जैसी ही है। यदि ये टीमें 1 भी मैच हारती हैं, तो वो भी बाहर हो सकती हैं। इन सभी के अंक समान हैं। मगर इन चारों टीमों को चमत्कार की दरकार जरूर रहेगी. यदि बाकी टीमें अपने मैच हारती हैं और समीकरण चौथे नंबर की टीम के लिए 14 अंक पर लाकर खड़ा करता है तब कहीं जाकर इन की उम्मीदें बन सकती हैं. उसके लिए भी इनको को अपने बचे हुए बाकी मुकाबलों को अच्छे अंतर से जीतकर नेट रनरेट अच्छा रखना होगा।