प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के समय एनडीए कुनबे के लगभग सभी घटक दलों के नेता उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम को एनडीए के शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। नामांकन हेतु पीएम मोदी के चार स्थानीय नागरिक प्रस्तावक बने । इनमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर का नाम शामिल है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे तो उनके साथ पंडित गणेश्वर शास्त्री उनके बगल वाली कुर्सी पर बैठे। ज्ञात रहे कि पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही जनवरी में अयोध्या में भगवान राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए ‘मुहूर्त’ निकाला था। इसके अलावा, जो तीन अन्य प्रस्तावक थे, उनमें ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बैजनाथ पटेल, लालचंद्र कुशवाहा और दलित समुदाय से आने वाले संजय सोनकर भी पीएम मोदी का नामांकन करवाने के लिए कलेक्टरेट पहुंचे। प्रधानमंत्री ने कलेक्ट्रेट परिसर में रिटरनिंग आफिसर के समक्ष अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया।
प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन में कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे। इनमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, शिवसेना अध्यक्ष व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शामिल थे। इसके अलावा, भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इनमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा शामिल थे।