अपराधनामा Article
लखनऊ में साइबर ठगी के मामलों की बाढ़, एक दिन में दर्ज हुई आधा दर्जन से अधिक एफआईआर
On 14/10/2023 by TNC Network
लखनऊ। साइबर जालसाज लोगों की कमाई लूटने से बाज नहीं आ रहे हैं। जालसाजों ने सैन्यकर्मी समेत छह लोगों के खातों से 61.73 लाख रुपए पार कर दिए। जालसाजों ने इस बार हसनगंज, पीजीआई, हजरतगंज, कृष्णानगर के निवासियों को अपना शिकार बनाया। पुलिस ने सभी मामलों की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मूल रूप से गाजीपुर जनपद के निवासी ध्रुव नारायण राय निरालानगर में रहते हैं। वे एक फार्मा कम्पनी में सेल्स का काम देखते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ वक्त पहले व्हाट्सएप पर पार्ट टाइम जॉब का मैसेज आया। जालसाज ने टास्क पूरा करने पर मोटे मुनाफे का लालच दिया। बातों में फंसाने के बाद जालसाज ने एक टेलीग्राम ग्रुप पर एड किया। उसके बाद कई खातों में 13.24 लाख रुपए जमा करा लिए। पीडि़त ने साइबर क्राइम थाने में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की एफआईआर दर्ज कराई है।
फाइव स्टार रेटिंग के नाम पर ठग लिए 22 लाख से ज्यादा
वृंदावन योजना के सेक्टर 5बी निवासी प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले वर्क फ्रॉम होम का मैसेज आया। फाइव स्टार रिव्यू का झांसा देकर फंसाया। साथ ही नोएडा की एक कम्पनी का अधिकारी बनकर कई बार में 22,07,800 रुपए जमा करा लिए। ठगी का एहसास होने पर पीडि़त ने साइबर क्राइम थाने में आईटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के मूल निवासी सुधीर तमांग हेडक्वार्टर 71 माउंटेन ब्रिगेड लखनऊ में तैनात हैं। उनका बचत खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। करीब 10 दिन पहले उनके पास एक कॉल आई। फोनकर्ता ने बातों में फंसाकर एप डाउनलोड कराई। फिर खाते से 8 लाख रुपए निकाल लिए। पीडि़त जवान ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करायी है। इसके अलावा पीजीआई के वृंदावन सेक्टर 7डी निवासी श्याम लाल ने बताया कि कुछ दिन पहले एक कॉल आई। फोनकर्ता ने मित्र बनकर बात की। कहा कि आपको कुछ रुपए ट्रांसफर कर रहा हूं। फिर जिसे कहूंगा, आप उसे भेज देना। हामी होने पर जालसाज ने उनके, बेटी और एक अन्य के खाते से 2.10 लाख रुपए पार कर दिए। पीडि़त ने पीजीआई थाने में आईटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर, हजरतगंज के नरही निवासी मोहम्मद खालिद ने बताया कि कुछ दिन पहले जालसाज ने 5 स्टार रेटिंग का टास्क पूरा करने पर मुनाफा मिलने का झांसा दिया। फिर जाल में फंसा टेलीग्राम ग्रुप पर एड किया। शुरुआत में कई बार टास्क पूरा करने पर रुपए दिए। फिर कई बार में 1.08 लाख रुपए ऐंठ लिए। पीडि़त ने हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर, कृष्णानगर के कासिमपुर पकरी निवासी आर्यभट्ट ठाकुर ने बताया कि टेलीग्राम पर पार्ट टाइम जॉब का मैसेज आया। जालसाजों ने बातों में फंसाकर उनसे कई बार में 15.24 लाख रुपए जमा करा लिए। पीडि़त ने रुपए वापस मांगे तो आरोपियों ने और डिमांड की। पीडि़त ने कृष्णानगर कोतवाली में आईटी एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज कराई है।
ओएलएक्स पर सोफे का एड पोस्ट करना पड़ा भारी, खाते से निकले 1.12 लाख
ओएलएक्स पर सोफा बेचने का विज्ञापन पोस्ट करना महिला को महंगा पड़ गया। जालसाज ने खरीदार बन फंसाया और फिर महिला के खाते से 1.12 लाख रुपए पार कर दिए। इंस्पेक्टर गोमतीनगर दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल की मदद से पड़ताल की जा रही है।
गोमतीनगर के विशाल खंड -1 निवासी अर्जुन मिश्रा नेे बताया कि उनकी पत्नी जया ने सोफा बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन अपलोड किया था। जया के पास एक कॉल आई। जालसाज ने फंसाया और फिर ऑनलाइन रुपए भेजने की बात कहकर फ्लिपकार्ट क्यूआर कोड सेंड किया। धोखाधड़ी की ऐसी तमाम घटनाओ से अंजान जया ने जैसे ही भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन किया तो खाते से 14 हजार रुपए कट गए। उसके बाद जालसाज ने रिफंड का झांसा देकर अर्जुन को कॉल की। फिर मोबाइल हैक कर खाते से 98,099 रुपए गायब कर दिए। अर्जुन ने गोमतीनगर थाने में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज कराई है।
एमबीबीएस एडमिशन का झांसा दे दो छात्रों को लगाया 50 लाख चूना
हापुड़ स्थित सरस्वती मेडिकल कालेज में एमबीबीएस में एडमिशन कराने का झांसा देकर जालसाजों ने दो छात्रों को चूना लगा दिया। एडमिशन कराने के लिये जालसाजों ने प्रति एडमिशन डोनेशन व अन्य खर्च के नाम पर 25 लाख रुपये का खर्च बताया और दो छात्रों से कुल 50 लाख रुपए ऐंठ लिए। जालसाजों ने विभूतिखंड स्थित साइबर हाइट्स में एस. एजुकेशन के नाम से ऑफिस खोला था। रकम ऐंठने के बाद आरोपियों ने पीडि़तों को हापुड़ स्थित मेडिकल कॉलेज भेजा। जहां पहुंचने पर फर्जीवाड़े खुलासा हुआ। जिसके बाद पीडि़त लखनऊ वापस लौटे और एस. एजुकेशन के ऑफिस पहुंचे लेकिन, वहां ताला लटका मिला। पीडि़तों ने विभूतिखंड कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है।
पारा के पिंक सिटी कॉलोनी निवासी आनन्द कृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि बेटे कार्तिक ने नीट की परीक्षा दी थी। एमबीबीएस में एडमिशन के लिए कार्तिक प्रयास कर रहा था। इस दौरान आनंद को विभूतिखंड साइबर हाइट्स स्थित एस. एजुकेशन का पता चला। संपर्क करने पर एमडी सर्वेश शुक्ला से मुलाकात हुई। जिसने बताया कि हापुड़ में सरस्वती मेडिकल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस हैं। जहां एमबीबीएस की सीट मिल सकती है, लेकिन 70 लाख रुपए खर्च होंगे। बेटे के भविष्य को देखते हुए आनन्द ने हामी भर दी। उन्होंने सर्वेश के बताए खातों और कैश में करीब 32 लाख रुपए दिए। इसके साथ ही पारा हंसनगर निवासी विनय गुप्ता के बेटे अंगद ने एस. एजुकेशनल के दफ्तर पहुंच कर सम्पर्क किया। उसका दाखिला भी हापुड़ के मेडिकल कॉलेज में कराने की बात आरोपियों ने कही। जिसके बदले करीब 18 लाख रुपए वसूले गए। लाखों रुपए वसूलने के बाद आरोपी सर्वेश शुक्ला ने कार्तिक और अंगद को हापुड़ स्थित मेडिकल कॉलेज पहुंचने के लिए कहा। एमबीबीएस में सीट मिलने की आस लेकर दोनों हापुड़ पहुंचे। जहां पता चला कि सरस्वती मेडिकल कॉलेज में उनके दिए रुपए जमा ही नहीं हुए हैं। फर्जीवाडे का पता चलने के बाद कार्तिक और अंगद वापस लौटे। विभूतिखंड स्थित एस. एजुकेशनल के दफ्तर पहुंचने पर वहां ताला लटकता मिला। पीडि़त आनंद कृष्ण त्रिपाठी और विनय गुप्ता ने विभूतिखंड थाने में शिकायत की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सर्वेश के साथ साथ अशोक, आरती चौहान, समीर और अंशू शुक्ला के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन की एफआईआर दर्ज कर ली है।
You may also like
Related
Archives
Calendar
| M | T | W | T | F | S | S |
|---|---|---|---|---|---|---|
| 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
| 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
| 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
| 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
| 29 | 30 | 31 | ||||



Leave a Reply