लखनऊ। आयुष यूजी काउंसलिंग 2023 में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने रैंकिंग के हिसाब से अपनी पसंद के कॉलेज सेलेक्ट कर ऑनलाइन आवेदन किया। लेकिन, उनके आवेदन में रहस्यमय तरीके से कॉलेजों के नाम बदल गए। अभ्यर्थियों ने इसकी जानकारी हेल्पलाइन नम्बर और ई-मेल के जरिए आयुष काउंसिलिंग बोर्ड प्रशासन को दी। एक ही तरह की शिकायत लगातार आने पर आयुष काउंसलिंग बोर्ड के सचिव प्रो.अरविंद कुमार वर्मा ने विभूतिखंड कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है।
विभूति खंड में दर्ज हुआ मुकदमा
विभूतिखंड के हेनीमैन चौराहा स्थित राजकीय नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में 11 अक्टूबर से यूपी आयुष यूजी काउंसलिंग का सेकेंड राउंड शुरू हुआ था। काउंसलिंग के लिए आए अभ्यर्थियों ने रैंक के हिसाब से अपनी पसंद के मेडिकल कॉलेजों का नाम चुनते हुए ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत अपनी पसंद पूरी की गई। प्रो. अरविंद कुमार ने बताया कि च्वाइस फीलिंग किए जाने के बाद भी कई अभ्यर्थियों के विकल्प अपने आप बदल गए। अभ्यर्थियों ने विकल्प बदलने की शिकायत साइबर क्राइम सेल में दर्ज कराई। वहीं, आयुष काउंसलिंग बोर्ड को भी सूचना दी गई। विभागीय जांच में पता चला कि च्वाइस फीलिंग में फेरबदल कई अभ्यर्थियों के साथ हुआ है। ऐसे में किसी गिरोह के शामिल होने का अंदेशा है। इंस्पेक्टर विभूतिखंड अनिल कुमार ने बताया कि प्रो. अरविंद कुमार वर्मा की तहरीर पर अज्ञात हैकर्स के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।